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Metaverse क्या है? – In Hindi

“मेटावर्स (Metaverse) क्या है?” दोस्तों, क्या आपके भी मन में भी ये सवाल आया है? अगर हाँ तो आज आपकी जिज्ञासा का सम्पूर्ण समाधान हो जाएगा क्योकि आज के इस लेख का विषय है मेटावर्स (Metaverse)|

हाल की दिनों में जब Facebook ने अपनी कंपनी Facebook Inc. का नाम बदल कर Meta Platforms किया, उसी समय Mark Zuckerberg ने दुनिया का ध्यान Metaverse की तरफ आकर्षित किया| उन्होंने ये इशारा किया की Facebook भविष्य का सोशल प्लेटफार्म बनने जा रहा है|

जो न केवल Desktop और Mobile Devices पर प्रयोग किया जा सकेगा बल्कि अब Facebook एक Virtual World के रूप में भी प्रयोग किया जा सकेगा| यह एक ऐसी दुनिया होगी जहाँ आप वास्तविक समय में लोगों से इंटरैक्ट कर पायेंगे|

इस Virtual World में आप दुनिया भर के अपने दोस्तों से Video Call और Message के द्वारा ही नहीं बल्कि आमने सामने बैठ कर बात कर पायेंगे जैसा की आप अपने करीबी दोस्तों के साथ करते हैं|

कल्पना कीजिये की आपका एक दोस्त न्यूयॉर्क में है और आप दिल्ली में लेकिन फिर भी आप आमने सामने किसी पार्क में बैठ कर बात कर पा रहे हैं|

या फिर आप भविष्य के Virtual Amazon Shopping Platform से वस्तुओ को अपने सामने 3D में देख कर खरीद पायें तो कैसा रहेगा|  या दोस्तों के साथ मिलाकर Virtual Cricket या Football खेलना|

बस इतना ही नहीं बल्कि Metaverse में इतनी क्षमता है की यह पूरे के पूरे इन्टरनेट और साथ ही आपकी जिंदगी को बदल सकता है|

यह भविष्य की टेक्नोलॉजी है और यदि आप अभी से इसके बारे में सोचने, सीखने और इसपर काम करने के लिए स्वयं को तैयार कर लें तो आने वाले समय में आप भी Mark Zuckerberg और Jeff Bezos की तरह नाम और पैसा दोनों बना सकते हैं|

ज़ाहिर है की आज आपको ये सब कल्पना और साइंस फिक्शन की बातें लग रही होंगी लेकिन यह सब बहुत जल्द यथार्थ में बदलने जा रहा है, और Mark Zuckerberg ने Virtual World (आभासी दुनिया) की तरफ अपने कदम बढ़ा दिए हैं| 

दोस्तों, तैयार हो जाइए एक नयी दुनिया देखने के लिए, एक ऐसी दुनिया जहाँ आप कुछ भी कर सकते हैं, कुछ भी बन सकते हैं| एक ऐसी दुनिया जो कहने को तो वर्चुअल है लेकिन इसमें असली जिंदगी के सारे मज़े हैं| यहाँ तक इसमें आप वो भी कर सकते हैं जो शायद असल दुनिया में न कर पायें|

मेटावर्स (Metaverse) पर आधारित इस पोस्ट में हम जिन टॉपिक्स पर चर्चा करेंगे वो निम्नलिखित हैं:

  1. मेटावर्स (Metaverse) क्या है? | What is Metaverse?
  2. मेटावर्स (Metaverse) कैसे काम करता है? | How does the Metaverse work?
  3. मेटावर्स (Metaverse) आपके जीवन को कैसे प्रभावित करेगा? | How will the Metaverse affect your life?
  4. मेटावर्स (Metaverse) के उदाहरण | Examples of Metaverse 

मेटावर्स (Metaverse) क्या है? – In Hindi

क्या आपने “The Matrix” या “Inception” मूवी देखी है? यदि हाँ तो Metaverse को समझना आपके लिए आसान हो जाएगा| यदि नहीं तो तो हम तो हैं ही आपको समझाने के लिए|

कल्पना कीजिये की आप अपने कमरे में बैठे हुए ही अपने किसी दोस्त से बात कर रहें हैं जो की इस समय आप ही की तरह कमरे में बैठा हुआ है लेकिन आपके घर से हज़ारों किलोमीटर दूर लन्दन में|

आप कहेंगे की इसमें क्या बड़ी बात है मैं अपने स्मार्टफोन से विडियो कालिंग कर सकता हूँ  या फिर किसी Messenger Platform जैसे की WhatsApp का प्रयोग Text Messages भेज सकता हूँ|

लेकिन यदि मैं कहूं की एक 3D World में आमने सामने बैठ कर एक दुसरे को देखते हुए भी बात की जा सकती है या कोई बोर्ड गेम जैसे Chess, Ludo या Carrom खेला जा सकता है तो आप क्या कहेंगे? यही ना की यह कल्पना की बातें है, लेकिन दोस्तों यही Metaverse की सच्चाई है|

Metaverse एक ऐसी वर्चुअल यानी काल्पनिक दुनिया है जो कहने को तो काल्पनिक है लेकिन इसकी सच्चाई को आप बिलकुल वैसे ही महसूस कर पायेंगे जैसे की आप असली दुनिया में करते हैं|

Metaverse Artificial Intelligence (AI), Virtual Realty (VR) और Augmented Realty (AR) को मिलाकर बनाई गयी ऐसी काल्पनिक दुनिया (Virtual World) है जिसमे आप वो सब कुछ कर पायेंगे जो की असल दुनिया में कर सकते हैं और वो कुछ भी जोआप इस दुनिया में नहीं कर सकते है| 

ज़रा सोचिये की यदि कोई दिव्यांग व्यक्ति क्रिकेट या फुटबॉल खेलना चाहे तो क्या असल दुनिया में खेल सकता है, नहीं ना, कुछ हद तक इसका मजा विडियो गेम्स के द्वारा लिया जा सकता है लेकिन अपने हाथों में बैट पकड़ कर चौके-छक्के लगाना और अपने पैरो से फूटबाल में गोल करने की बात ही कुछ और है| लेकिन ये सब संभव है Metaverse की दुनिया में|

Metaverse में एक आभासी वास्तविकता (Virtual Realty) का निर्माण किया जाता है, जिसमे आप खुद इसका हिस्सा बन जाते हैं| आप वस्तुओं को बहार से नहीं देखते जैसा का आप अपने टीवी स्क्रीन या स्मार्टफोन की स्क्रीन पर देखते हैं बल्कि आप वास्तविक समय में उसी जगह पर रहकर सबकुछ अनुभव कर सकते हैं| 

अभी तक आभासी वास्तविकता (Virtual Realty) का जितना विकास हुआ है उसके द्वारा केवल मनुष्य की दो ही ज्ञानेन्द्रियों आखों और कानों तक ही सूचना भेजी जा सकती है| जो कुछ भी हम Virtual Realty में देखते हैं या सुनते हैं हमारा दिमाग केवल उतनी ही इनफार्मेशन को प्रोसेस कर सकता है|

Virtual क्रिकेट के गेम में यदि कभी गेंद हमारे शरीर के किसी हिस्से पर लग जाए तो हमें इसका बिलकुल भी अहसास नहीं होता| या अगर Metaverse अभी कोई रेस्त्रां खोल दिया जाए तो हम उसमे मिलने वाले व्यंजनों का स्वाद नहीं ले पायेंगे| न ही Metaverse के किसी शहर के पार्क में लगे फूलों की खुशबू ले पायेंगे|

लेकिन वो समय दूर नहीं जब Virtual Realty का इतना विकास हो जाएगा की पांचो ज्ञानेन्द्रियों यानी आँख, कान, नाक, जीभ और त्वचा तक भी हम Virtual Realty में इनफार्मेशन भेज पायेंगे और हमारा दिमाग इसको प्रोसेस कर पायेगा| हालाँकि तब हो सकता है की हमारा दिमाग असली और नकली दुनिया में फर्क न कर पाए|

एक बार सोच के देखिये की यदि ये दुनिया जिसमे हम रहते हैं वो असली ना होकर केवल एक आभासी वास्तविकता (Virtual Realty) हो तब? आखिर हमारा दिमाग ही हमारे लिए किसी चीज़ को वास्तविक या काल्पनिक बनाता है|

हमारी ये दुनिया हमारे लिए वास्तविक है लेकिन इश्वर के लिए बस काल्पनिक क्योकि ये दुनिया उसने ही बनाई है, लेकिन अब इश्वर बनने की बारी हमारी है|

AI के प्रयोग से हम Metaverse में अपने अपने अवतारों को स्वतंत्र कर सकते हैं और दूर से उनके क्रिया कलापों को देख सकते है| उनके मन को नियंत्रित कर सकते है और उनके भाग्य विधाता बन सकते हैं | हालाँकि यह अभी दूर की कौड़ी है लेकिन आप भविष्य देख सकते हैं|

मेटावर्स (Metaverse) कैसे काम करेगा ? – In Hindi

Metaverse की कार्य प्रणाली को समझने के लिए आपको मुख्यतः तीन टेक्नोलॉजी को समझना आवश्यक है| जो हैं:

  1. आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस | Artificial Intelligence -AI
  2. वर्चुअल रियल्टी | Virtual Realty – VR
  3. ऑगमेंटेड रियल्टी | Augmented Realty – AR

हम संक्षेप में इन तीनो ही टेक्नोलॉजी के बारे में समझेंगे और फिर हम बात करेंगे की कैसे इन तीनो टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके Metaverse का निर्माण किया जाता है|

इसके आगे हम जानेंगे की Metaverse कैसे कार्य करता है और इससे जुड़ने के लिए आपको क्या करना होगा| 

आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस | Artificial Intelligence -AI

Artificial Intelligence का अर्थ है कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानी किसी निर्जीव वस्तु या मशीन में स्वयं से निर्णय लेने की क्षमता विकसित करना|

किसी मशीन का पूरा कण्ट्रोल हमारे हाथों में होता है और हम जैसे चाहे वैसे मशीन को आदेश दे सकते हैं, मशीन अपने कार्य के लिए पूरी तरह से हम पर निर्भर होती है, जब तक आप इसे आदेश नहीं देंगे यह शांत पड़ी रहेगी|

यदि आप चाहते की की मशीन बिना आपके आदेश दिए सही समय पर अपना कार्य शुरू कर दे और विभिन्न आदर्श और अनादर्श परिस्थितियों स्वंय के विवेक से निर्णय ले सके तो इसके लिए मशीन में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की क्षमता विकसित करनी पड़ेगी| 

आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के अंतर्गत किसी मशीन में स्वयं से सीखने की क्षमता विकसित करनी पड़ती है जिससे की मशीन अपने लिए गए निर्णय और ईससे होने वाले प्रभावों के आधार पर अपनी बुद्धिमत्ता विकसित कर सके|

AI अभी केवल दृश्यता, श्रव्यता और स्पर्श आधारित इनफार्मेशन ही प्रोसेस कर सकता है लेकिन हो सकता है की आने वाले समय में AI में भी मनुष्यों की तरह सूंघने और स्वाद लेने की क्षमता विकसित की जाए, लेकिन फिलहाल ये दूर की कौड़ी है|

शुरुआत में मशीन की आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस की क्षमता विकसित करने के लिए कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के द्वारा सभी संभवित परिस्थितियों और उसके आधार पर लिए जाने वाले निर्णयों का एक डेटाबेस तैयार किया जाता है|

जिससे की मशीन किसी परिस्थिति के सामने आने पर इस डेटाबेस में स्टोर किये गए निर्णयों के आधार पर अपना निर्णय ले सके

लेकिन यदि कोई बिलकुल ही अलग परिस्थिति आ जाती है तो मशीन को अपने पिछले लिए गए निर्णयों और परिस्थितियो को प्रोसेस करके एक नए फैसले पर पहुंचना पड़ता है| इस प्रकार मशीन अपनी निर्णय लेने की क्षमता विकसित करती है|

उदाहरण के लिए आप गर्मी लगने पर फैन को चालू करते हैं और इसके अलावा फर्श पर पोछा लगने के बाद इसे सुखाने के लिए भी फैन चालू करते हैं भले ही आपको गर्मी न लग रही हो|

एक AI सिस्टम को इन दोनों ही परिस्थितियों के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है लेकिन यदि बारिश का मौसम हो और फर्श पोछा लगाने के बजाय बारिश के पानी से गीला हो तब AI सिस्टम क्या निर्णय लेगा?

ऐसी स्थिति में AI को दोनों ही परिस्थितियों की जांच करके निर्णय लेना पड़ेगा और क्योकि फर्श गीला है इसलिए AI संभवतः फैन को चालू करने का निर्णय लेगा|

इसके अलावा एक AI सिस्टम बनने के लिए कई अन्य सहायक टेक्नोलॉजी जैसे की एक्सपर्ट सिस्टम (Expert System), फजी लॉजिक (Fuzzy Logic), और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग का प्रयोग किया जाता है|

AI की एक और सहायक टेक्नोलॉजी है जिसे न्यूरल नेटवर्क (Neural Network) कहा जाता है जिसमे मनुष्य के दिमाग की तरह लाखों-अरबों नयूरोंस (Neurons) की इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल प्रतिकृति के द्वारा AI का विकास किया जाता है लकिन अभी यह टेक्नोलॉजी अपनी शैशवावस्था में है|

वर्चुअल रियल्टी | Virtual Realty – VR

जैसा की शब्द से ही परिभाषित है Virtual Realty का अर्थ है आभासी वास्तविकता यानी सच्चाई जो सच नहीं है| वो कहते हैं न “जो दिखता है वो हमेशा सच नहीं होता”| 

Virtual Realty में 3D इमेजिंग और म्यूजिक के जरिये एक ऐसी वास्तविकता बनाई जाती जिसके अन्दर आपको वो सब कुछ मिल सकता है जो की वास्तविक जीवन में|

आप घर पर होते हुए भी दुनिया के किसी भी प्ले ग्राउंड में  कोई स्पोर्ट्स खेल सकते है, वेटिकन सिटी की लाइब्रेरी में किताबें पढ़ सकते हैं, न्यूयॉर्क के किसी सिनेमा हाल में मूवी देख सकते हैं| या किसी शांत जगह पर बात कर अपने दोस्त के साथ बातें कर सकते हैं|

Virtual Realty में आप 3 डायमेंशनल दुनिया में पहुँच जाते हैं और 8D साउंड इसको और वास्तविक बना देता है| ज़ाहिर है की ये आपके दृश्यों को देखने और दिमाग द्वारा इमेजेज को प्रोसेस करने की क्षमता को को ध्यान में रख कर 3D दृश्यों और साउंड के द्वारा दिमाग में ऐसे संकेत पहुंचाए जाते हैं जिससे आपको ऐसा लगता है की आप उसी स्थान पर हैं जबकि आप तो अपने घर पर ही होते हैं| 

Virtual Realty में आपके क्रिया कलापों के आधार पर प्रतिक्रिया देने के लिए एक AI सिस्टम जिम्मेदार होता है जो जेस्चर रिकग्निशन (Gesture Recognition)  यानी हाव-भाव और इशारे पहचानने , स्पीच रिकग्निशन (Speech Recognition) यानी आवाज पर प्रतिक्रिया देने, और AI विज़न यानी इमेजेज और विडियो के आधार पर प्रतिक्रिया देते हैं| 

ऑगमेंटेड रियल्टी | Augmented Realty – AR

Augmented Realty वर्चुअल रियल्टी का ठीक उल्टा है Virtual Realty में आप एक आभासी दुनिया से जुड़ जाते है जबकि Augmented Realty में Virtual Objects को आपकी असली दुनिया में देखा जा सकता है|

आपने “Pokemon Go” नाम का गेम तो देखा ही होगा जिसमे Pokemon जो की एक Virtual Character है उसे आप अपनी फ़ोन स्क्रीन के कैमरे से अपनी असली दुनिया में देख सकते है|

इसके अलावा “Holographic Images” और “Holographic Video” भी Augmented Realty का ही हिस्सा है| Augmented Realty में 3D होलोग्राफिक इमेजेज बनाने के लिए एक स्पेशल लेज़र कैमरे द्वारा असली ऑब्जेक्ट का विडियो शूट किया जाता है और फिर एक स्पेशल लेंस के प्रोजेक्शन से 3D होलोग्राम प्रोजेक्ट किया जाता है|

इसके अलावा साउंड को रियल टाइम में स्ट्रीम किया जाता है जिससे की होलोग्राम और इससे सम्बंधित साउंड एक साथ ही दिखाए और सुनाई दे| 

Metaverse की कार्य प्रणाली

दोस्तों मुझे आशा है की आपको तीनो टेक्नोलॉजी के बेसिक्स समझ में आ गए होंगे| अब यह जानने का समय है की Metaverse में इनकी क्या भूमिका है? 

Metaverse इन तीनो ही टेक्नोलॉजी को मिलाकर बनाया जाएगा| 3D इमेजिंग और 8D साउंड से Virtual Realty का निर्माण होगा, AI वर्चुअल वर्ल्ड में आपकी क्रिया के आधार पर प्रतिक्रिया देगा आपने मनोभावों और इशारों को समझेगा और उसके अनुसार ही अपेक्षित व्यवहार करेगा|

जैसे की यदि आप किसी वास्तु को पकड़ कर कही ले जाना चाहते हैं तो AI 3D इमेजिंग और 3D मॉडलिंग के द्वारा दृश्य को उत्पन्न करेगा और आपको ऐसा आभास होगा की वास्तु आपके हाथो में है और आपके साथ जा रहा है| 

Augmented Realty के द्वारा इमेजेज और विडियो को रियल टाइम में प्रोसेस हो पायेंगे और इसके आधार पर AI निर्णय लेगा| उदाहरण के लिए यदि आप वर्चुअल वर्ल्ड में शॉपिंग करना चाहते हैं तो Augmented Realty के द्वारा आप QR Code को स्कैन करके पेमेंट कर पायेंगे|

Metaverse आपके जीवन को कैसे प्रभावित करेगा?

Metaverse में आपके जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित करने की क्षमता है, यहाँ तक इस टेक्नोलॉजी के पूर्ण विकसित होने पर आप एक अलग ही दुनिया में अपनी पूरी जिंदगी बिता पायंगे हालांकि असली दुनिया में आपके शरीर को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रहना होगा और आपके दिमाग को Metaverse से जोड़ दिया जाएगा| भले ही आप अपनी असली दुनिया में एक साधारण इंसान हो लेकिन Metaverse में आप किसी ग्रह के मालिक खरबपति हो सकते हैं| 

फिलहाल तो यह कपोल – कल्पना मात्र है लेकिन Metaverse के साथ इसकी शुरुआत हो चुकी है| यहाँ हम Metaverse के कुछ ऐसे अनुप्रयोगों के बारे में जानेंगे जो की आने वाले कुछ ही समय में आपको देखने को मिल सकते है|

वर्चुअल सोशल मीडिया | Virtual Social Media

मार्क जुकरबर्ग Facebook को एक वर्चुअल सोशल मीडिया में बदलना चाहते हैं| एक ऐसा सोशल मीडिया जहाँ आप वास्तविकता में लोगो से मिल सकें बात कर सकें, उनके साथ अपने विचारों को साझा कर सकें|

साथ में बैठ कर कोई किताब पढ़ सकें, खेल सकें या मूवीज और विडियो देख सकें| और सिया करने के लिए आपको बस एक VR Headset और इन्टरनेट की आवश्यकता होगी|

वर्चुअल शॉपिंग | Virtual Shopping

Metaverse में आप एक Virtual Shopping Store में जा सकते हैं वस्तुओ को 3D में देख सकते हैं, या भी जान सकते हैं की कोई ड्रेस पहनने के बाद आप पर कैसी लगेगी और वो भी रियल टाइम में| पूर्णतः संतुष्ट होने पर आप इसका प्रदर दे सकते हैं और वह वस्तु आपके घर पर डिलीवर कर दी जायेगी| कल्पना कीजिये की Amazon पर उपलब्ध लाखो प्रोडक्ट्स को आप खरीदने से पहले देख सके और उन्हें महसूस कर सकें|

वर्चुअल स्पोर्ट्स | Virtual Sports 

अपने पसंदीदा स्पोर्ट्स को अपने दोस्तों के साथ खेलना हमेशा ही आनंददायक होता है और Metaverse आपको अपने दुनिया भर में फैले दोस्तों के साथ खेलने का मौका दे सकता है आप चाहें तो अपनी टीम बना सकते है और दूसरी टीम के साथ खेल सकते है| भारत में बैठे बैठे स्विस ऐल्प्स पर स्कीइंग कर सकते हैं| या नियाग्रा फाल्स से बंजी जंपिंग| क्यों हैं न मजेदार|

वर्चुअल इवेंट्स | Virtual Events

आप वर्चुअल इवेंट्स में हिस्सा ले सकते हैं, वर्चुअल क्लास रूम में बैठ कर शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं| या किसी वर्चुअल कंसर्ट में परफॉर्म कर सकते हैं| कैसा हो अगर एक वर्चुअल डांस कम्पटीशन हो और आप उसमे घर बैठे हिस्सा ले पायें|

व्यवहार की नक़ल | Behavior Imitation

Metaverse में आप ठीक उसी प्रकार का व्यवहार करने में समर्थ होंगे जैसा की आप असल दुनिया में करते हैं| जैसे की यदि आप अभी कोई मूवी देख रहे हैं लेकिन तभी आपका दोस्त आपसे मिलने आ जाता है तो आप मूवी को छोड़ कर अपने दोस्त के साथ घुमने जा सकते हैं और वापस आकार अपनी मूवी को फिर से वहीँ से शुरू कर सकते हैं| इसके अलावा आप अपने सामने लोगो की भाव भंगिमाओ और उनके इशारों को भी समझ पायेंगे बिलकुल वास्तविकता में न की किसी इमोजी के द्वारा|

वास्तविक यूजर एक्सपीरियंस | Real User Experience

Metaverse में आप बिलकुल वास्तविक जैसा अनुभव कर पायेंगे और जैसा की मैंने बताया इस टेक्नोलॉजी के अपने उच्चतम शिखर पर पहुँचने के बाद आप अपनी सभी ज्ञानेन्द्रियों के द्वारा वर्चुअल वर्ल्ड में सब कुछ महसूस कर पायेंगे|

इसकी शुरुआत हो चुकी और अब आप देखने और सुनने के अलावा Haptic Technology के विकास से वस्तुओ को वर्चुअल वर्ल्ड में स्पर्श करके महसूस कर पायेंगे| 

Haptic Technology जिसे Kinaesthetic Communication or 3D Touch भी कहा जाता है एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसके द्वारा आपको दबाव, कम्पन्न और गति के द्वारा यूजर को स्पर्श की अनुभूति कराई जाती है| 

इसके अलावा आप वर्चुअल वर्ल्ड के अपने डिजिटल ऑब्जेक्ट्स और डाटा को अपने साथ कहीं भी ले जाने में सक्षम होंगे जैसा की आप असल दुनिया में करते है|

उदाहरण के लिए यदि आप वर्चुअल वर्ल्ड में सुपर बाइक के मालिक हैं तो इसे दुनिया के किसी भी कोने में लेजा सकते हैं| इसके अलावा वर्चुअल करेंसी से किसी भी खरीदी गयी वस्तु का पेमेंट कर सकते है| अपने ऑफिस का काम वर्चुअल वर्ल्ड में निपटा सकते हैं|

Metaverse के उदाहरण

द मेट्रिक्स | The Matrix

Metaverse को समझने के लिए इससे अच्छा  उदाहरण कुछ नहीं हो सकता| यह वैसे तो एक मूवी है लेकिन इसमें Metaverse को इसकी चरमसीमा पर दिखाया गया है|

मूवी में लोगो का शरीर एक लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर जिन्दा होता है और उनके दिमाग को एक इलेक्ट्रॉनिक केबल जो की सीधे न्युरोंस को संकेत भेजता है से जोड़ दिया जाता है|

लोगो को पता ही नहीं होता है की जिस दुनिया में वो जी रहे हैं वो असली नहीं बल्कि मैट्रिक्स नाम का मेटावर्स है| लोगो को दृश्यता, श्रव्यता, स्पर्श, गंध, स्वाद जैसी सभी अनुभूतियाँ होती हैं और वो इसी दुनिया में एक प्रकार से कैद रहते हैं|

सेकंड लाइफ | Second Life

सेकेंड लाइफ (Second Life) एक ऑनलाइन मल्टीमीडिया प्लेटफॉर्म है जो लोगों को अपने लिए एक अवतार बनाने और ऑनलाइन आभासी दुनिया या मेटावर्स में दूसरा जीवन जीने की अनुमति देता है। सैन फ्रांसिस्को स्थित फर्म लिंडन लैब द्वारा विकसित और स्वामित्व में और 23 जून, 2003 को लॉन्च किया गया|

सेकंड लाइफ भी Metaverse का एक अच्छा उदाहरण है| यह अपने आप में पूरी दुनिया है जहाँ आप कुछ भी कर सकते है कुछ भी बन सकते हैं और यहाँ तक की पैसे भी कमा सकते है|

यह एक असली Metaverse के काफी करीब है लेकिन इसमें जो कुछ भी होता है वो आपके वर्चुअल अवतार के द्वारा होता है और अवतार का पूरा कण्ट्रोल आपके हाथों में होता है|

कमी बस इतनी है की आप वास्तविकता में कुछ भी अनुभव नहीं कर पायेंगे जो की Metaverse की एक महत्वपूर्ण विशेषता है| 

फेसबुक होराइजन | Facebook Horizon

मेरे विचार

मेरे विचार से Metaverse में भविष्य के लिए बहुत सी संभावनाए हैं| और एक समय यह पूरे इन्टरनेट की जगह ले सकता है| वो सब कुछ जो हम अभी इन्टरनेट के द्वारा करते हैं वो सब कुछ Metaverse में कर पायेंगे और वो अभी बिलकुल वास्तविकता का अनुभव करते हुये|

आप दुनिया के किसी भी कोने में बैठे अपने दोस्तोनौर परिवार जनों से मिल सकते हैं उनके साथ समय बिता सकते हैं| दूरियां अधिकतम सीमा तक खत्म हो जायेंगी, और संचार का सम्पूर्ण तरीका बदल जाएगा| जॉब इंटरव्यू के ईमेल को आप हाथों में लेकर पढ़ पायेंगे और अपने घर में बैठे बैठे आमने सामने इंटरव्यू दे पायेंगे|

अपने मैसेजेस और कॉल्स को रिसीव करने के लिए स्मार्टफोन उठाने की आवश्यकता नहीं होगी और आप आमने सामने बैठ कर बात कर पायेंगे|नयी जगहों पर घुमने के लिए हज़ारो किलोमीटर की यात्रा नहीं करनी होगी| और अपने आर्डर किये गए खाने को आप रियल टाइम में बनते हुए देख पायेंगे| एक नए इन्टरनेट का निर्माण होगा जहाँ सब कुछ वास्तविक होगा|

एक समय ऐसा भी आएगा जब आप यह फर्क करना भूल जायेंगे की वास्तविक और आभासी दुनिया कौन सी है| लेकिन इसमें अभी समय है और यह तय करना भी आपको ही है की आप मैट्रिक्स में रहना चाहंगे या रियल वर्ल्ड में|

दोस्तों, अपने विचार हमारे साथ शेयर करें और हमें बताये की आप Metaverse के बारे में क्या सोचते हैं| 

इन्ही शब्दों के साथ विदा लेता हूँ|

धन्यवाद !

अभिषेक

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